आदमी सर्वश्रेष्ठ हैवह सर्वज्ञानी हैवह खुद को नियंता मानता हैकुछ भी कर सकता हैकुछ…
Category:
Literature
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आज मैं उदास हूँ अब मैंकभी कभीरो लेता हूँबिना वजहभरी आँखेंशून्य में निहारती हैंशून्य…
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वह गुलमोहर का पेड़ मैं देखता हूँबार बारसपनों मेंअपने गांव कावह गुलमोहर का पेड़जिसकी…
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रक्षाबंधन पर विशेष बहनें हैं तो खुशियां हैंहँसी हैठिठोली हैकुछ नखरें हैंकुछ झगड़े हैंखींच…
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आज सुबह सुबह मैं अभी बेडरूम से निकल लिविंग रूम के सोफे पर लेट…
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मैं और परीक्षा मैं पढ़ाई में ठीक ठाक ही था । कहें तो थोड़ा…
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बीड़ी जलाई ले ! आज भोरे भोरे बड़की भउजी की छोटकी बहिन फुलवा आ…
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जिसस्त्री केबनाये भोजनमेंतुमखोजते रहते होनमक की सही मात्रास्वाद की अप्रतिम यात्राकभीउनकी जिंदगी मेंखुशियों मेंबढ़ाने…
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छोटी सी जिंदगीछोटे छोटे सपने,आओ अंजुरी में बांध लेंप्रीत अपने अपने ! लंबी लंबी…