विश्व तम्बाकू निषेध दिवस
इसी फरवरी की बात है, मैं एक सब्जी वाले से मिला ।वैसे मैं बहुतों से मिलता रहता हूँ, सब्जी जो खरीदनी होती है। उससे सब्जी लिया। जब पैसे दे रहा था तो वह बोला ,सर ,आप मुझे पहचाने ?
नहीं तो ?
मैं वही हूँ जिसको एक बार बोले थे खैनी ,गुटखा नहीं खाने को ! याद होगा ,मैं गुटखा खा सड़क पर थूक दिया था तो आप बोले थे?
हाँ ,मुझे याद आया !
अब तो मैं कसम खा लिया हूँ कि कभी भी खैनी नहीं खाऊंगा।
बहुत अच्छी बात है ! ?
फिर मैं घर आ गया। मुझे बहुत आत्मसंतोष मिलता है जब कोई मेरी किसी रचनात्मक सलाह को मान लेता है!
सच में ,तम्बाकू का सेवन हानिकारक है। यह दांत ,जीभ, गले, फेफड़े को बीमार करता है। कैंसर जैसे रोग को बढ़ाता है।
इस कोरोना काल में जब थूक या ऐसे कोई ड्रॉपलेट्स को ले कर लोग इतना डरे हुए हैं, मास्क लगाए हुए हैं पर ये खैनी ,गुटखा खाने वाले बीच सड़क पर, कहीं भी , सार्वजनिक जगहों पर बेहिचक थूक देते हैं? पीक देते हैं! यह बहुत ही असभ्यता की निशानी के साथ अस्वास्थ्यकर भी है। तो जहां तहां नहीं थूकें, बेहतर है कि खैनी ,गुटखा का प्रयोग ही नहीं करें। इनसे कोई आनंद की प्राप्ति नहीं होती वरन यह दुख का कारण है।
खैनी की तरह ही खतरनाक पान में प्रयोग होने वाला जर्दा है। ये आप के पान के मजे को बढ़ाता है पर आपके रोगों को भी बढ़ाता है। तो इसका बिल्कुल ही सेवन नहीं करें। जर्दा के साथ किमाम का प्रयोग भी होता है । यह भी तम्बाकू का ही एक रूप है।
अब गांव देहात में हुक्के का प्रचलन समाप्त सा हो गया है। बीड़ी का भी। अब लोग कम ही पीते हैं। पर सिगरेट लोग अभी भी पी रहे हैं। यह खतरनाक है। बिहार में सार्वजनिक स्थानों पर इसको पीने की कानूनी मनाही है पर मूर्ख एवं उदण्ड लोग इसे फॉलो नहीं करते हैं। बाहर सार्वजनिक स्थानों पर पीते मिल जाते हैं। मना करो तो कुछ लड़ भी बैठते हैं। तो यह हालत है! पर जो सभ्य हैं ,शालीन हैं ,घर पर ही इसका सेवन करते हैं। वो सार्वजनिक जीवन की शुचिता को समझते हैं।
तम्बाकू को छोड़ा जा सकता है , उसके लिए ज्यादा कोशिश करने की जरूरत नहीं है बस केवल तय कर लेना है। इसे बिल्कुल ही त्याग किया जा सकता है! एक मजबूत इच्छा शक्ति की बस जरूरत है और कुछ नहीं ! तो एक प्रयास किया जा सकता है।
तो निवेदन है ,अगर आप तम्बाकू का सेवन करते हैं तो इसे आज ही छोड़ने का मन बना लें ,आप छोड़ देंगे और अगर आप तम्बाकू का नहीं सेवन करते हैं तो किसी ऐसे लोग को प्रेरित करें जो तम्बाकू का सेवन करते हैं ,इसे छोड़ने को ! यह कठिन कदापि नहीं है। ऊपर वर्णित सब्जी वाले से सब्जी नहीं लें पर यह सीख तो ली ही जा सकती है कि तम्बाकू छोड़ी जा सकती है !
धन्यवाद !
??
??
डॉ. शंभु कुमार सिंह
31 मई ,21
पटना