दिल्ली में मेरी एक पत्रकार मित्र हैं। महिला हैं और उस पर पत्रकार भी तो जब फोन पर बात करती हैं वह भी रविवार की सुबह तो दोपहर कर ही देती हैं। मैं तो त्राहिमाम कर जाता हूँ।
आज सुबह सुबह रजाई में घुसा जाड़े की गर्माहट का मजा ले ही रहा था कि मित्र फोन कर दी !
मीठी आवाज में,
हेलो सर, गुड्ड मॉर्निंग !
गुड मॉर्निंग, कैसी हैं आप ?
जी ठीक हूँ, आप क्या कर रहे हैं सर?
बाथरूम में हूँ ,नहा रहा हूँ!
इत्ती सुबह सर??बाप रे !
रुकिए , वीडियो कॉल करता हूँ!
नहीं सर,नहीं सर। रहने दीजिए। बाद में बात करते हैं!
फिर आराम से दो घण्टा सोया !
व्हाट अ वार्म सन्डे मॉर्निंग इट वाज़!
???